वार्षिक उत्सव के मुख्य आकर्षण:
- कार्यक्रम का शीर्षक: ‘विकसित भारत – एक झलक’।
- हनुमान चालीसा पाठ: मुख्य आकर्षण, जिसमें प्रमुख अतिथियों की सहभागिता।
- विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति:
- श्री राकेश रावत जी
- श्री बटवारा जी
- एल. एन. बुखमरिया जी
- चांदनी चौक लोकसभा सांसद श्री प्रवीण खंडेलवाल जी।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: बच्चों द्वारा देश प्रेम और भारतीय संस्कृति पर आधारित प्रस्तुति।
- महिला मंडल की नाटिका: नारी शक्ति और समस्याओं के समाधान पर आधारित प्रस्तुति।
- शिक्षा क्षेत्र में सम्मान: उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
- मंच संचालन: श्रीमती मधु खंडेलवाल द्वारा सफल संचालन।
- गणमान्य पदाधिकारियों की उपस्थिति: खंडेलवाल समाज की प्रमुख संस्थाओं के अधिकारी।
- दीप प्रज्वलन और राष्ट्र-गीत: महिला मंडल द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत और समापन।
- सहभोज की व्यवस्था: अतिथियों और परिवारों के लिए विशेष भोज का आयोजन।
दिल्ली: खंडेलवाल समाज पूर्वी दिल्ली ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 2 अक्टूबर को वार्षिक उत्सव का आयोजन किया। यह उत्सव प्रणेश कूलवाल जी की अध्यक्षता में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाया गया, जिसमें कार्यक्रम का शीर्षक ‘विकसित भारत – एक झलक’ रखा गया।
इस उत्सव की झलकियों में सबसे बड़ा आकर्षण हनुमान चालीसा का पाठ रहा, जिसे मुख्य अतिथि श्री राकेश रावत जी, श्री बटवारा जी, एल. एन. बुखमरिया जी के साथ-साथ चांदनी चौक लोकसभा सांसद श्री प्रवीण खंडेलवाल जी ने भी साझा किया। इस अवसर पर भारत की सभ्यता, संस्कृति, बच्चों का देश प्रेम और मां गौरी की आराधना को लेकर बच्चों का जोश और जज्बा देखने लायक था।
महिला मंडल द्वारा अनेक समस्याओं और उनके समाधान के रूप में एक नाटिका भी प्रस्तुत की गई, जिसमें नारी शक्ति का परिचय दिया गया। इसके अलावा, शिक्षा के क्षेत्र में जिन बच्चों ने कक्षा प्रथम से उच्च शिक्षा तक उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर समाज द्वारा सम्मानित किया गया। मंच संचालन का कार्य श्रीमती मधु खंडेलवाल द्वारा किया गया।
समाज की अनेक खंडेलवाल संस्थाओं के गणमान्य पदाधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमामय बना दिया। सभी पदाधिकारियों द्वारा महीनों के अथक प्रयास से कार्यक्रम को पूर्ण रूप से व्यवस्थित और सुनियोजित रखा गया। दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का आगाज हुआ, और अपनी थीम के अनुरूप महिला मंडल पूर्वी दिल्ली द्वारा राष्ट्र-गीत गायन कर कार्यक्रम को संपूर्णता प्रदान की गई।
महिला मंडल की नाटिका: महिला मंडल ने नारी शक्ति और समाज में उनके योगदान को उजागर करने के लिए एक विचारशील नाटिका प्रस्तुत की। इस नाटिका में महिलाओं की विभिन्न समस्याओं और उनके समाधान को रेखांकित किया गया, जिसमें नारी सशक्तिकरण का संदेश दिया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता का सम्मान: कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को समाज द्वारा सम्मानित किया गया। कक्षा प्रथम से उच्च शिक्षा तक जिन बच्चों ने सर्वोच्च अंक प्राप्त किए, उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। यह पहल समाज के भविष्य को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
मंच संचालन और कार्यक्रम की सुसंगठित व्यवस्था: इस भव्य आयोजन का मंच संचालन श्रीमती मधु खंडेलवाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समाज के पदाधिकारियों ने महीनों तक अथक प्रयास किया, जिससे यह आयोजन पूरी तरह से सुनियोजित और व्यवस्थित रहा।
सहभोज और पारिवारिक मेल-मिलाप: कार्यक्रम के अंत में आए हुए सभी अतिथियों और परिवारों के लिए समाज द्वारा सहभोज की व्यवस्था की गई, जहां समाज के सभी सदस्य एक साथ बैठकर भोजन का आनंद उठाते नजर आए। सहभोज ने समाज के लोगों के बीच एकता और मेल-जोल को और भी मजबूत किया।
इस वार्षिक उत्सव ने खंडेलवाल समाज के सांस्कृतिक मूल्यों, सामाजिक एकता और विकास की दिशा में उठाए गए कदमों को प्रदर्शित किया, और समाज के सदस्यों में नए जोश का संचार किया।